एफसीसी ने घोषणा की है कि रोबोकॉल में एआई-जनित आवाजों का उपयोग टीसीपीए के तहत अवैध है।
इस फैसले को एफसीसी द्वारा सर्वसम्मति से अपनाया गया था ताकि रोबोकॉल और स्कैम टेक्स्ट में इस्तेमाल की जाने वाली डीप-फेक ऑडियो और वीडियो तकनीक को संबोधित किया जा सके।
निर्णय का उद्देश्य उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी गतिविधियों से बचाने के लिए कृत्रिम आवाजों के उपयोग का मुकाबला करना है।
रोब ोकॉल में एआई-जनित आवाज़ों की वैधता पर बहस की जा रही है, जिसमें विनियमन के पक्ष और विपक्ष में तर्क दिए जा रहे हैं।
रोबोकॉल में एआई आवाजों के संबंध में शेवरॉन सम्मान का सिद्धांत जांच के अधीन है।
व्यापक चर्चा में प्रशासनिक एजेंसियों और विधायिका के बीच शक्ति का संतुलन, नई प्रौद्योगिकियों को विनियमित करने में चुनौतियां और विवादास्पद मुद्दों पर आम सहमति की कमी शामिल है।