स्टै नफोर्ड मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने एक अणु बनाया है जो दो प्रोटीनों को जोड़कर कैंसर कोशिका की आत्म-विनाश प्रक्रिया को प्रेरित करता है, जिससे कोशिका मृत्यु जीन सक्रिय होते हैं।
यह अभिनव विधि प्रसारित बड़े बी-कोशिका लिंफोमा को लक्षित करती है, जिसमें BCL6 प्रोटीन, जो कोशिका मृत्यु को रोकता है, को CDK9 से जोड़ती है, एक एंजाइम जो एपोप्टोसिस (प्रोग्राम्ड कोशिका मृत्यु) को प्रेरित करता है।
यह शोध, जो साइंस में प्रकाशित हुआ है, चूहों पर आगे की परीक्षण प्रक्रिया से गुजर रहा है और हो सकता है कि यह क्लिनिकल परीक्षणों की ओर ले जाए, जिसमें हावर्ड ह्यूजेस मेडिकल इंस्टीट्यूट और नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ जैसी संस्थाओं से वित्तपोषण प्राप्त हो रहा है।
वैज्ञानिकों ने कैंसर कोशिकाओं को आत्म-विनाश के लिए प्रेरित करने की एक विधि विकसित की है, जिसमें दो प्रोटीनों को बांधकर BCL6 जीन को लक्षित किया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं के जीवित रहने में मदद करता है।
यह तकनीक लक्षित कैंसर उपचारों की प्रवृत्ति का हिस्सा है, जो कीमोथेरेपी जैसे पारंपरिक उपचारों की तुलना में सटीकता पर ध्यान केंद्रित करती है।
चुनौतियों में संभावित दुष्प्रभाव और व्यक्तिगत ट्यूमर डीएनए के आधार पर व्यक्तिगत उपचारों की आवश्यकता शामिल है, फिर भी अनुसंधान में प्रगति अधिक प्रभावी समाधानों के लिए आशा प्रदान करती है।